जिया राय को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल खेल पुरस्कार से करेंगे सम्मानित

सगड़ी तहसील के कटाई अलीमुद्दीन पुर की है रहने वाली है जीया, पिता के साथ मुंबई में रहती है जिया

आजमगढ़ जनपद की बेटी जिया राय को विश्व रिकार्ड बनाने के बाद प्रदेश सरकार ने उन्हें प्रदेश के रोल मॉडल के रूप में चयन किया 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर आजमगढ़ की बिटिया को यू.पी. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा उसे 25 हजार रुपए और मेडल देकर सम्मानित किया गया।

जिया अब तक 22 गोल्ड व 1 सिल्वर मेडल जीत चुकी है। 14 वर्षीय जिया राय को कम उम्र में यह प्रशस्ति पत्र प्रदेश सरकार द्वारा दिया गया।आजमगढ़ की इस होनहार बेटी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय बाल खेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा आजमगढ़ जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर सगड़ी तहसील के कटाई अलीमुद्दीनपुर गांव की रहने वाली जिया राय अपने परिजनों के साथ मुम्बई में रहती है, जबकि परिवार के अन्य सदस्य यहीं रहते हैं।

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम स्पीच डिसऑर्डर से ग्रसित है जिया-

जिया जन्म से ही ऑटिज्म स्पेक्ट्रम स्पीच डिसऑर्डर की बीमारी से ग्रसित होने के कारण दिव्यांग है। जिया की प्राथमिक शिक्षा मुंबई नेवल चिल्डेन स्कूल में हुई। प्रधानमंत्री द्वारा जिया को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिए जाने की सूचना मिलते ही पूरे परिवार में हर्ष का माहौल है परिवार के लोगों का कहना है कि जिया की रुचि बचपन से ही तैराकी में थी और देखते ही देखते उसने कई रिकार्ड कायम कर दिये। प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाने से उनके घर ,गांव और जनपद में खुशी का माहौल है।

नेवल इंटरमीडिएट स्कूल में पढ़ी है जिया-

जिया मुम्बई के नेवल इंटरमीडिएट स्कूल न्यू नेवी नगर कोलावा की छात्रा है। पिता मदन राय नेवी में नेवल ऑफिसर और मां रचना राय मुम्बई के डिफेंस कॉलेज में शिक्षिका हैं। जिया ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर डिले इन स्पीच की शिकार है, यह एक दिमागी बीमारी है। इसमें मरीज न तो अपनी बात ठीक से कह पाता है, न ही दूसरों की बात समझ पाता, न सही तरीके से बात कर सकता है।

यह एक डेवलपमेंटल डिसेबिलिटी है। हालांकि, दिव्यांग जिया को बचपन से ही तैराकी में रुचि थी। उसकी लगन और मेहनत का ही नतीजा है कि आज उसके नाम 3 वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं। 15 फरवरी, 2020 को एलिफेंटा से गेटवे ऑफ इंडिया की 14 किलोमीटर की दूरी 3 घंटे 27 मिनट 30 सेकंड में पूरी कर विश्व रिकॉर्ड बनाया। तो वही 5 जनवरी, 2021 को अरनाला किला से वसई किला तक 22 किलोमीटर की दूरी 7 घंटे 4 मिनट में तैरकर पूरी की।

जो आज तक कोई महिला तैराक नहीं कर पाई , 7 फरवरी, 2021 को वर्ली स्विमिंग से गेटवे ऑफ इंडिया तक 36 किलोमीटर की दूरी 8 घंटे 40 मिनट में तय की, जो वर्ल्ड रिकॉर्ड है। 5 जनवरी, 2019 को समुद्री तैराकी में 5 किलोमीटर की प्रतियोगिता 10 साल 7 महीने की उम्र में जीत गई थी, 12 जनवरी, 2020 को नेशनल तैराकी प्रतियोगिता में 5 और 1 किलोमीटर दोनों में गोल्ड मेडल जीतने वाली इंडिया की पहली पैरा-तैराक बनी।

बाइट:- सुभाष राय (जिया के बाबा)

बाइट:- साधना राय (जिया की बुआ)

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