Azamgarh : CM योगी ने आजमगढ़ को दिया 143 करोड़ का रिटर्न गिफ्ट
लोगो का शोषण करती थीं। आजमगढ़ में लालगंज में लोकसभा की सीट हारने के बाद भी जनपद में विकास को लेकर कभी उपेक्षा नहीं की गई।

Azamgarh : पहले आजमगढ़ के लिए पहचान का संकट था, आज आजमगढ़ की पहचान बदली है। पहले यहां के लोगो को बाहर अपनी पहचान छिपानी पड़ती थी। आजमगढ़ राजनीति की संकीर्ण मानसिकता के चलते पिछड़ा रहा। सांसद चुनने के लिए आजमगढ़ के लोगों का हृदय से धन्यवाद। हमने पिछले 5 साल के दौरान 5 लाख नौकरियां दी,आज नौजवानों को योग्यता अनुसार नौकरी दी जा रही है,कोई भेदभाव नही हो रहा है। 1 करोड़ 61 लाख नौजवानों को रोजगार देने के कार्य हुए,60 लाख से अधिक स्वतः रोजगार के लिए युवाओं को सहायता दिलवाई गई। पहले कुछ विभाजनकारी शक्तियां हावी रहती थीं, लोगो का शोषण करती थीं। आजमगढ़ में लालगंज में लोकसभा की सीट हारने के बाद भी जनपद में विकास को लेकर कभी उपेक्षा नहीं की गई।
बड़े-बड़े साहित्यकारों की धरती है-आजमगढ़
आजमगढ़ के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बना। अब आजमगढ़ लखनऊ की दो घण्टे की दूरी पर रह गया है,7 घण्टे में दिल्ली पहुच जाएंगे, अब दिल्ली दूर नही है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से विकास को गति मिल गई है। आजमगढ़ में डबल इंजन की सरकार ने विश्वविद्यालय की स्थापना की जो महाराजा सुहेलदेव के नाम से है। यह धरती बड़े-बड़े साहित्यकारों की धरती रही है। देश और प्रदेश के बड़े बड़े साहित्यकार हुए हैं। ऐसे में ही रागेय राघव के नाम पर उनकी रचनाओं पर आजमगढ़ में विश्वविद्यालय में शोध पीठ की स्थापना की जाएगी। कोरोना के कारण युवाओं के शिक्षा प्रभावित को देखकर हम 2 करोड़ युवाओं को टैबलेट स्मार्टफोन देने के कार्य के लक्ष्य को पूरा कर रहे हैं। आजमगढ़ की जो छवि खराब की गई थी,हम उस छवि को बदलने का कार्य कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री जी के संकल्प पर हर घर तिरंगा लहराना है
हम फिर यहां शीघ्र आने वाले हैं,आप ने एक भोजपुरी कलाकार को संसद भेजा है,इसलिए यहां हरिहरपुर संगीत घराने के दौरा करके वहां की संभावनाओं को तलाशने का कार्य करने जा रहे हैं। कोरोनकाल में कोई आया हो न आया हो मैं खुद 3 बार यहां आया था,जब सांसद था तब भी यहां आता जाता रहता था। आप सबको चुनाव जिताने पर हृदय से धन्यवाद देता हूँ,हम आज़ादी के अमृत वर्ष महोत्सव को मना रहे हैं,इसलिए प्रधानमंत्री जी के संकल्प हर घर तिरंगा लहराना है,तो हमको 13 से 15 अगस्त को हमको हर घर तिरंगा फहराना होगा। आपको ये लक्ष्य पूरा करना है। स्कूलों में क्रांतिकारी बलिदानियों को स्मरण करना चाहिए,उनकी स्मृति में बच्चो के उन क्रांतिकारी के वेशभूषा में फैंसी ड्रेस कम्पटीशन करना चाहिए। अमृत महोत्सव के इस लक्ष्य के साथ आप सबको हृदय से धन्यवाद देता हूँ।
रिपोर्ट -अमन गुप्ता आजमगढ़
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